कई बार चुप रहना अपराध लगता है। किसी अन्य विषय पर बोलना भी। पर यदि सभी लोग उसी विषय पर बोलने लगें तो? शोकार्त क्षणों में भी अपना काम करते हुए उनको अपना काम करने दें जिनको इसे करना है, यह एक मात्र विकल्प है।
कई बार चुप रहना अपराध लगता है। किसी अन्य विषय पर बोलना भी। पर यदि सभी लोग उसी विषय पर बोलने लगें तो? शोकार्त क्षणों में भी अपना काम करते हुए उनको अपना काम करने दें जिनको इसे करना है, यह एक मात्र विकल्प है।