Post – 2020-04-11

बहुत कम लोग हैं जो अपनी मेधा से काम लेते हैं, शेष जिसे मानते हैं उसके अनुकूल होने पर आपको बुद्धिमान समझ लेते हैं, प्रतिकूल पाने पर मूर्ख या दुष्ट। सोचने वाला व्यक्ति निपट अकेला होता है, खतरनाक माना जाता है और इसलिए सबसे असुरक्षित भी। उसके साथ केवल उसका सच होता है और उसके होने के कारण अकेला हो कर भी सबसे ताकतवर भी वही होता है। तानाशाह केवल उससे डरता है और रास्ते से उसे हटाना चाहता है, पर उसे मिटा कर भी हटा नहीं पाता।