Post – 2019-11-20

तड़प किसकी थी कि पैदा हुई मेरी दुनिया।
दर्द किसका हुआ पैदा जिसे मैं झेलता हूँ
मैने मापी ही नहीं दूरियाँ नजदीकियों की
उन पहाड़ों की जिन्हें कुहनियों से ठेलता हूँ।।