Post – 2018-09-12 September 12, 2018 मिला तुमसे वह शायद जख्म ही था बहुत दिन बाद फिर तुम याद आए । उधर देखो, लगे भगवान ही हैं चले जो जा रहे हैं सिर झुकाए।।