समाज को कौन बाँट रहा है, क्यों बाँट रहा है, उसकी कोशिशों के बाद भी समाज को जोड़ने के लिए कौन प्रयत्न कर रहा है, ये प्रश्न बेकार हैं, क्योंकि इनका उत्तर लोग जानते है।
समाज को कौन बाँट रहा है, क्यों बाँट रहा है, उसकी कोशिशों के बाद भी समाज को जोड़ने के लिए कौन प्रयत्न कर रहा है, ये प्रश्न बेकार हैं, क्योंकि इनका उत्तर लोग जानते है।