Post – 2018-02-04

जो बात मैने रोहित वेमुला की आत्महत्या पर कही थी वही अंकित की हत्या पर कहना चाहूंगा। मृत्यु पर राजनीति करने वाले क्रूर होते हैं और कानून के अमल में बाधक होते हैं।