Post – 2020-08-23

कुछ तो जुंबिश हुई
कहीं तो हुई
कुछ तो बदला
कहीं तो बदला है।
मैंने जो कुछ किया
कहा जो कुछ
उससे सारा जहान
बदला है।
मैं भी बदला हूँ
तुम भी बदले हो
पहले जैसा तो
कुछ रहा ही नहीं।
फिर भी क्यों
यह गुमान होता है
कुछ न बदलेगा
कुछ न बदला है।।