Post – 2017-09-04

जब मौत सामने हो और मुसका भी रही हो।
दिल आया तुझी पर यह गज़ल गा भी रही हो।।
आओ करीब आओ आंख भर तो देख लूं
जब तुम कहो वह आए और शरमा भी रही हो।।