Post – 2018-11-16

दासता किसी अन्य प्राणी में नहीं, केवल मनुष्यों में पाई जाती है, क्योंकि मनुष्य दूसरे सभी जानवरों से अधिक चालाक होता है। मनुष्यों में जो अधिक चालाक होते हैं, वे अधिक आसानी से गुलाम बनाए जा सकते हैं। बनाए जाते हैं। इससे भी बड़ा दुर्भाग्य यह कि अधिक सुख और शक्ति की कामना मे वे स्वयं गुलाम बनने को तैयार, किसी मालिक या गाहक (वह गुनगाहक भी हो सकता है) की तलाश में रहते हैं। यदि वह न हो तो पैदा कर लेते हैं। ऐसे ही लोगों ने ईश्वर का आविष्कार किया और उसके सामने घुटने टेकते रहे। गुलामी के लिए ईश्वर का होना जरूरी नहीं, आप में अपने श्रम के अनुपात में अधिक पाने की आकांक्षा ही काफी है।