Post – 2018-11-14

मैने यह लिंक मीटू के हंगामे के समय जो सन्देह प्रकट किया था उसकी पुष्टि के लिए साझा किया है। मैंने पदीय अधिकार का दुरुपयोग करते हुए महिलाओं का शीलभंग करने वालों की भर्त्सना के बावजूद यह आशंका दुहराई थी कि यह केरल की ननों के साथ पालरियों के घृणित व्यवहार और हत्या से ध्यान हटाने के लिए चलाया गया है और इसमें आपका इस्तेमाल किया जा रहा है। इन अन्यायों के प्रति सर्वाच्च न्यायालय के ईसाई न्यायाधीश तक नरम हैं और ठीक इस समय अपना दुखड़ा गा कर उन हत्यारों के साथ खड़े हो रहे हैं। आंदोलनबाजों के पास अक्ल नहीं होती।