कितना मुश्किल है आदमी का आदमी होना
खुद को समझाना कि इंसान इसे कहते हैंं ।
कितना आसां है यह बतलाना कि यह शह्र ही है
और समझाना कि इंसान यहां रहते हैं ।।
कितना आसान है कहना कि मेरी जान हो तुम
शिकवे करना कि तेरा जुल्मो सितम सहते हैं।
कितना मुश्किल है दिलो जां को बचाए रखना
सुना लोगों से है पर हम भी यही कहते हैं।।