Post – 2017-11-12

यहीं कहीं है मेरा आफताब खोजो तो।
उसे न खोजो तो मुझको जनाब खोजो तो।

बहुत मुमकिन कि हम गुम हों एक दूजे में
फर्क करने को कोई आसमान खोजो तो।।

कई मौतो के बाद ऐसी जिंदगी पाई
इससे भी है कोई ऊंचा मुकाम खोजो तो।।

मैंने तो खोजा और थक भी गया, कुछ न मिला
तुममें है जोशो जुनूं, नौजवान खोजो तो।।