देवभूमि का सफर
यदि पहाड़ी क्षेत्र को देवभूमि कहा जाता रहा हो तो मैदानी भाग को क्या कहा जा सकता है. यदि आप सोच न पा रहे हों तो आपकी मदद करते हुए कहूं भारत भूमि भाग. अब विष्णु पुराण की उन पंक्तियों को पढ़ें:
गायन्ति देवाः किल गीतिकानि
धन्यास्तु ते भारत भूमिभागे
स्वर्गपवर्गास्पद मार्गभूते
भवन्ति भूय: पुरुषा: सुरत्वात्।। -विष्णुपुराण (2।3।24)
अब आप जानना चाहें कि नारद जी की धरती से देवलोक तक की यात्रा कैसे संपन्न होती थी तो इसका रहस्य आपको मैं बता सकता हूँ क्योंकि मैं कल ही देवभूमि से लौटा हूँ और यदि आप जानना चाहें कि देवलोक के लोग भारत भूमि के लिए क्यों तरसते रहते हैं तो इसका कारण पहाड़ों से उतर कर मैदानी भूभाग में आने वाले देवलोक वासियों में से किसी से पूछ सकते हैं.