Post – 2017-02-18

मर गए ढूंढनेवाले कि कहीँ है कि नहीं
मैंने भगवान को पाया नही, पर हूँ तो सही .
‘क्या कहा डींग तो हाँकी है मगर है तो नहीं’
क्यों नहीं हूँ ये बताओ तो कहूँ यूँ तो सही.

सही के कितने ठिकाने हैं देर से जाना
ग़लत सच होता है और सच भी गलत होता है
गलत सही में मिला है तो मिला रहने दो
जिस भी हालत में हैं, दोनों हैं, मगर हैं तो सही