Post – 2016-06-30

‘लो पचासी का हो गया भगवान ।’

‘फिर तो कुछ अक्‍ल आ गई होगी।’

‘उसके डर से किसी पड़ोसी की
‘खोपड़ी में समा गई होगी ।’

‘यार ऐसा अगर हुआ होगा
‘उसकी तो मौज आ गई होगी।’

‘अपनी नादानी मे दहाई को
‘खुद इकाई बना दई होगी ।’