दिल सिकुड़ता है तो होकर भी नही होता है
फैलता है तो बज़ाहिर है क़यामत समझो
नार्मल हो गया तो पाँव संभलकर रखना
आने वाली है फ़क़त आपकी शामत समझो
बचना है तो इसे बस उनके हवाले कर दो.
कहो तुम अबसे इसे मेरी अमानत समझो
वह रखना चाहें तो बस चल न सकेगा लेकिन
किया वापस तो इसे उनकी दयानत समझो.
मैंने भगवान को देखा है तंज़ करते हुए
बुरा न मानो पुरानी है यह आदत समझो.
10/14/2015 10:49:46 PM