समझते हम तुम्हें हैं, जान तुम मुझको नहीं सकते
खुदा तुम हो मगर हमने खुदाओं को बनाया है.
हैं हम इंसान खादिम बनके खिदमत में सदा हाज़िर
मगर जिस ताल सुर में चाहते तुमको नचाते हैं.
खिलौना ही नहीं हथियार भी तुमको बनाया है
तुम्हारे नाम पर हैं क़त्ल करते घर जलाते हैं.
भले विज्ञानं चीखे तुम नहीं हो तुम नहीं हो पर
हम उस विज्ञान की भी ऎसी तैसी करते जाते हैं
अगर भगवान से पूछो कि तू भगवान ही है क्या
कहेगा वह, रुको कुछ सोचकर तुमको बताते हैं.
9/24/2015 9:48:14 PM