Post – 2015-04-04

कितने अद्भुत लोगों के बीच
एक अनद्भुत व्यक्ति की तरह भटकता रहा मैं
हर गए बीते से पूछता
क्या तुमने मुझे देखा
क्या सचमुच दीखता हूँ मैं
]क्या तुमने मुझे सुना
क्या सचमुच पहुंचती है मेरी आवाज़ तुम तक
क्या बता सकते हो
मैं हूँ या नहीं.