#अरे_इन_दोउन -2
जो नया लगता है वह नया नहीं है। इसकी जड़ें गहरी हैे। क्या आपने इस डाक टिकट को, जब यह 1982 में एशियाई खेल के अवसर पर जारी किया गया था पटके जाने वाले की चोटी और पटकने वाले की दाढ़ी पर गौर किया था?? क्या कहीं कोई जुंबिश हुई। मुझे सुनाई पड़ती है आप की आवाज, इसमें क्या रखा है? यह तो चलता ही रहता है।