Post – 2019-11-25

सर की उपाधि का रीति-विधान. मुकुट के प्रति पूर्ण समर्पण। गूगल से साभार।
रवीन्द्रनाथ ने जलियाँवाला कांड के बाद इसे ही लौटाया था, पर स्वतंत्रता आंदोलन से उसके बाद भी किनारा कसते रहे। जो लोग कहते हैं जन गण उन्होंने सम्राट की वंदना में नहीं लिखा था, वे इसे भूल जाते हैं।