Post – 2019-04-08

I do not agree with what you have to say, but I’ll defend to the death your right to say it.
Voltaire
क्या अपने को बुद्धिजीवी कहने वाले ऐसे मित्र जो बोलना जानते हैं पर सुनना नहीं, जो केवल अपनी हुंकार की प्रतिध्वनि सुनना पसंद करते हैं, विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की इस पूर्वापेक्षा का सम्मान करते हैं? यदि नहीं तो जिसके हाथ में दूसरे तरह की शक्तियां हैं, वह उनका प्रयोग करते हुए उनको अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की मर्यादा सिखाएं तो, उसकी निंदा करने का अधिकार हमारे पास नहीं रह जाता।