विचार को प्रहार से दबाने वाले मारे जाते हैं अपने ही हथियार से। जिन्हें इस भौतिक नियम का ज्ञान नहीे कि आग पीटने से फैलती भी है और अधिक प्रचंड भी होती है, वे अपनी रक्षा नहीं कर सकते। अग्निवेश को जो भी शारीरिक चोट लगी हो, वह जल्द भर जाएगी, उनके ऊपर प्रहार करने वाले जिस दल या संगठन से जुड़े हैं उसे होने वाली क्षति उन्हें उसके द्वारा उन्हें दंडित करने से ही पूरी हो सकती है।