Post – 2017-11-18

मैं खुद को प्यार करता हूं
पर इस तरह नहीं
जैसे कि तुम्हें याद
किया करता हूं अक्सर।
मैं सोचता हूं, ठीक है,
यह ठीक ही होगा।
कहते हो, ‘गलत!’
मान लिया करता हूं अक्सर।