Post – 2017-10-27

अरविंद जी की पोस्ट पर प्रतिक्रियाः

कहानीकार, कवि भी आज दीगर काम करते हैं ।
मुफत में मीडिया को लोग क्यों बदनाम करते हैं।
जो अपने घर में रहते हैं जो अपना काम करते हैं।
वही कुछ काम करते, तान कर आराम करते हैं।
भला उनका हो जो रोने की आदत पाल बैठे हैं।
वे उनके सोग में शामिल हैं जो हर काम करते हैं।
बुरे दिन में बुरों का साथ देते हैं, सदाकत है
भला होने लगे अपना गरेबां चाक करते हैं ।।