यदि आप किसी से नफरत करते हैं तो उसे गाली देने वाला या आहत करने वाला आपको दार्शनिक प्रतीत होगा और वह अपना बचाव करना चाहे तो भी वह बचाव प्रहार जैसा लगेगा. पिछले तीस सालों में जाने कितने रूपों में समझाया है कि नफरत करने वाला समझ नहीं सकता. समझदार आदमी किसी से नफरत नहीं कर सकता, उसकी आलोचना कर सकता है.