Post – 2017-08-31

मैं बहुत क्षोभ, ग्लानि वेदना केॆ साथ इस पोस्ट को शेयर कर रहा हूं क्योकि अपने को इनसेक्योर मानने वाले मित्रों की तरह मैंं भी प्रज्ञा ठाकुर और कर्नल पुरोहित को दोषी मानता था और मान बैठा था कि बीजेपी के हस्तक्षेप से अदालतों को प्रभावित कर के उन्हें निर्दोष सिद्ध किया जा रहा है। आज सुबह प्रज्ञा ठाकुर की यातना कथा पढ़ी थी, पुरोहित की कहानी यहां है। कोई इनको पढ़ कर यह तो बताए कि ये अपराधी थे जिससे मैं अपनी ग्लानि ,क्षोभ और वेदना से मुक्त हो सकूं।