स्वछता मिशन के सहभागी के रूप में खुले में पेशाब करने वाले लड़कों को मना करने के कारण मारे गए ई-रिक्सा चालक को संवेदना राशि के रूप में मात्र ५०,००० और प्रधान मंत्री की ओर से मात्र १००००० की अनुग्रह राशि को मैं बहुत तुच्छ पाता हूँ. उसके परिवार को ड्यूटी पर मरने वाले किसी कर्मचारी जैसी कोई सुरक्षा तब तक दी जानी चाहिए तब तक उसके बच्चे अपने पांवों पर नहीं खड़े हो जाते.
मैं जो संरक्षण के नए नियम को अपर्याप्त मानता हूँ. सरकार ऐसे प्रतिबन्ध लगाने के साथ गोबर और गोमूत्र से पैदा खाद के महत्त्व को देखते हुए स्वयं वन्ध्या और बूढ़े जानवरों की रक्षा का प्रबंध करे जिससे जानवरों को जिलाने का खर्च जैव खाद से निकल सके. इस योजना को अमल में लाने के लिए जरूरी तयारी के बाद ही ऐसा कदम उठाया जाना चाहिए. मै गाय और भैंस में फर्क करने का भी विरोध करता हूँ.
मुझे ऐसा लगता है की गोरक्षको की राजनीती लोकतंत्र में विफल हो चुके दलों की शह पर हो रहा है, जैसे हाल में भीमसेना, समाजवादी गुंडों के इस्तेमाल से अशांति पैदा करके यह दिखने का प्रयत्न की सबकुछ पहले जैसा ही है.