Post – 2017-05-15

खुदा देता जिन्हे हैं उनको थोड़ी अक़्ल देता हैं
मिली जिनको अधिक उनको मिटाकर छोड़ देता हैं.
कोई उसके बराबर होना चाहे उसको क्यों चाहे
उसी की जहन में आकर इरादे तोड़ देता हैं .
न उसकी याद हो तुमको तुम्हे वह याद रखता हैं
जहां तुम ऐंठ जाते हो वहीँ से तोड़ देता हैं .