Post – 2017-04-14

सच बयां करता हूं तो कोई कान देता नहीं
झूठ गढ़ता हूं तो कुछ लोग समझ लेते हैं
लोगों को जानने की लंबी कवायद की है
पर न जाना किसे क्या लोग समझ लेते हैं।