आज के दिन के सम्मान में मैं भाषा पर अपने लेखन का आरम्भ कर रहा हूँ इसलिए दिन में दो विषय, दो लेख. भाषा के लेख में जो भी मित्र मीनमेख निकालेंगे उनका अग्रिम धन्यवाद. इस क्रम में ज्ञात मिनमेखाधिकारियों अरविन्द कुमार, अजित वडनेरकर, राधावल्लभ त्रिपाठी और गिरिराज जी को विशेष रूप से सहयोग करने का आग्रह करता हूँ.