नमक की सही कीमत क्या है ?
वह सोच में पड़ गया । बेबसी मे मेरी ओर देखने लगा, हपर मैं कु कहूं इससे पहले ही उसे उत्तर सूझ गया, जान । नमक का माल अदा करने के लिए लोगों ने प्राण निछावर किए हैं ।
और किसी बहाने कोई नमक पर एकाधिकार कर लिया तो इसके माने ?
पूरे देश की जीवन धारा उसके हवाले कर देना ।
ठीक सोचा तुमने । गांधी जी जानते थे इस सत्य को इसलिए स्वतन्त्रता का सूत्र नमक आन्दोलन को बनाया । कांग्रेसियों में समझ अधिक थी, इसलिए जो बात टाटा की समझ में वह उनके किसी नेता की समझ में नहीं आई । संभव है नई सरकार की समझ में आ जाए ।