मर्सिया
मेरा चेहरा ही मुझे दे गया धोखा देखो
फेस बुक पर दिखा अब हो गया वह कया देखों
किस मशक्कत से लिखा आज का मजमून मगर,
जहां लिखा था वहां ही न वह मिला देखो।।
आज की शाम इसी मर्सिया की शाम रही।
हमारे काम न आई पर उनके काम रही ।
दर्द है करना दुबारा हमें उरियां देखो
पास होगा कि न होगा यह इम्तहां देखो ।।