मैं इन दिनों अक्तूबर 2015 से 31 दिसम्बर 2015 तक के फेस बुक पर पेश किए गए विचारों के पुस्तकाकार प्रकाशन इतिहास का वर्तमान का प्रूफ देख रहा हूँ। एक दो दिन व्यवधान का सामना करना पड सकता है।
पु्स्तक का प्रकाशन किताब घर प्रकाशन कर रहे हैं और हमारी समझ से वह इसे मार्च अन्त तक पाठकों के लिए सुलभ बना देंगे। अब तो आए दिन मुझे आराम है।